03 June 2020 04:37 PM
भारत अपडेट न्यूज, मुंबई। चक्रवात निसर्ग के महाराष्ट्र के तटीय इलाकों से टकराने के बाद बुधवार की दोपहर को तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार, यह प्रकिया अगले तीन घंटों तक चलेगी। हवा की स्पीड 120 से 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही है। निसर्ग तूफान के चलते कई जगहों पर नुकसान की खबर आ रही है। कई जगहों पर पेड़ जड़ से उखड़ गए तो वहीं कच्चे मकानों को काफी नुकसान हुआ है। कुछ जगहों से निसर्ग तूफान के चलते बिजली गुल हो गई है।
तबाही के मद्देनजर मुंबई और गुजरात में रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने बताया कि यह गंभीर रूप धारण कर सकता है। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि निसर्ग चक्रवात महाराष्ट्र के तट पर अलीबाग के निकट पहुंच गया है और इस प्रक्रिया के अपराह्न 4 बजे तक पूरा हो जाने का अनुमान है। हालांकि, 4 बजे के बावजूद निसर्ग का तांडव जारी है।
चक्रवात के पहुंचने की प्रक्रिया अपराह्न करीब साढ़े 12 बजे आरंभ हो गई थी। आईएमडी ने एक बयान में कहा, ‘बादल का दाहिना हिस्सा महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्र, खासकर रायगढ़ जिले से होकर गुजर रहा है। यह आगामी तीन घंटे में मुंबई और ठाणे जिलों में पहुंचेगा।‘ वहीं, गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों से 40 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। महाराष्ट्र में लोगों को तटीय इलाकों में जाने से रोका गया है। 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे हवा की रफ्तार के चलते कई जगहों पर बिजली के खंभे और पेड़ उखड़ गए। रायगढ़ में मकान की टिन की छतें चादरों की तरह हवा में उड़ती हुई दिखीं।
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार चक्रवात निसर्ग के बुधवार दोपहर राज्य में पहुंचने के मद्देनजर तटीय इलाकों के लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है। पवार ने कहा कि चक्रवात का प्रभाव कम होने तक लोग घरों से ना निकलें। पवार के हवाले से जारी बयान में कहा गया कि चक्रवात श्निसर्ग के महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के अलीबाग पहुचंने के मद्देनजर मुम्बई, ठाणे, पालघर, रायगढ़ और सिंधुदुर्ग जिले के लोग सुरक्षित स्थानों पर ही रहें।
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