22 May 2020 07:37 PM
-अशफाक कायमखानी
लाॅकडाउन के चलते राजस्थान की राजधानी जयपुर की ऐतिहासिक जामा मस्जिद के साथ-साथ प्रदेशभर की सभी मस्जिदों में पवित्र माह रमजान का आखिरी जुमा ‘जुमातुल विदा‘ की विशेष नमाज सामूहिक रूप से नहीं पढ़ी जाने के साथ-साथ मस्जिद में चार-पांच नमाजियों ने सरकारी आदेश के मुताबिक उक्त विशेष नमाज अदा की। बाकी सभी लोगों द्वारा अपने-अपने घरों में रहकर इबादत की गई है।
अनेक उम्रदराज लोगों का कहना है कि जयपुर के जौहरी बजार स्थित जामा मस्जिद में 160 साल में पहली दफा जुमातुल विदा की नमाज सामूहिक तौर पर अदा नहीं हो पाई है। वही प्रदेशभर में मस्जिदों की तामीर के बाद उसमें नमाज शुरू होने के बाद से अबके पहली दफा आज सामूहिक तौर पर जुमातुल विदा की नमाज अदा नहीं हो पाई है। पवित्र माह रमजान के आखिरी जुमा (शुक्रवार) को जुमातुल विदा की विशेष नमाज अदा की जाती है। एक तरह से यह रमजान माह की विदाई का दिन के रूप में देखा जाता है। इस दिन रोजो की विदाई होने के संकेत से अनेक रोजेदार रोजो की विदाई से गमगीन होकर अल्लाह पाक से गिड़गिड़ा कर दुवाएं व माफी मांगते हैं। जुमातुल विदा के दिन नमाजी अच्छी तरह स्नान कर पाकसाफ होकर साफ सुथरे कपड़े पहनकर खुशबू लगाकर नमाज अदा करते हैं।
भारतीय इतिहास में पहली दफा ऐसा देखा गया है कि जुमातुल विदा की नमाज मस्जिद में सामूहिक तौर पर भारत भर में अदा नहीं हो पाई है। कोराना के चलते रोजो के इनाम के तौर पर मनाए जाने वाले त्यौहार ईद की किसी तरह की खरीदारी नहीं करने का मुस्लिम समुदाय ने निर्णय लेकर उससे होने वाली बचत से गरीब-मजलूम व बेसहारों की मदद करने का निर्णय लेकर सकारात्मक संदेश दिया है।
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25 February 2021 05:20 PM
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