बाबूलाल नागा, जोबनेर। आखिरकार 3 वर्ष बाद आज संविधान निर्माता बाबा साहब डाॅ. भीमरराव अंबेडकर की प्रतिमा से कपड़ा हटा और उसका लोकार्पण हुआ। गौरतलब है कि जोबनेर नगरपालिका क्षेत्र डेहरा रोड पर तीन साल पहले राज्य सरकार की ओर से बाबा साहेब अंबेडकर भवन का निर्माण कराया गया था, 50 लाख की लागत से बने अंबेडकर भवन में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा भी स्थापित की गई थी, लेकिन प्रशासन की उदासीनता के चलते कपड़े में लिपटी बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा अनावरण का इंतजार कर रही थी। इस संदर्भ में जोबनेर के दलित संगठनों और राजनीतिक दलों की ओर से लगातार जिला प्रशासन से प्रतिमा का अनावरण करने की मांग की जा रही थी।
समर्थकों ने जिला कलेक्टर एवं तहसीलदार के नाम ज्ञापन देकर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण किए जाने की मांग की गई थी। जोबनेर क्षेत्र के बाबा साहेब के समर्थकों ने 14 अप्रैल से पहले कपड़े में लिपटी बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण नहीं किए जाने पर दलित समाज एवं बाबा साहेब के समर्थकों द्वारा रैली निकालने और सर्मथकों द्वारा प्रतिमा का अनावरण करने की चेतावनी दी गई थी। युवाओं की ओर से सोशल मीडिया पर प्रतिमा अनावरण करने की मांग को लेकर अभियान चलाया जा रहा था। 7 अप्रैल को सर्व समाज जोबनेर के गणमान्य व्यक्तियों ने सभा कर चेतावनी दी कि जिला प्रशासन प्रतिमा का अनावरण 14 अप्रैल अंबेडकर जयंती से पहले नहीं करेगा तो बाबा साहेब के समर्थक स्वयं बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण कर देंगे।
बाबा साहेब के समर्थकों का ये संघर्ष रंग लाया। 8 अप्रैल को नगरपालिका मंडल जोबनेर की ओर से बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण समारोह का निमंत्रण जारी हुआ और आज 11 अप्रैल को 3 साल से कपड़े में ढकी बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण हो पाया।