टीम भारत अपडेट, उदयपुर। संसद परिसर में डॉ. भीमराव अंबेडकर और महात्मा गांधी की मूर्तियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित करने पर उदयपुर के वामपंथी/समाजवादी एवं अंबेडकरवादी जनसंगठनों ने विरोध जताया है। 21 जून को जिला कलेक्टर उदयपुर से मुलाकत कर राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन दिया है। डॉ. अंबेडकरवादी जन क्रांति मंच के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र सालवी, प्रमुख समाजवादी वरिष्ठ पत्रकार व संपादक हिम्मत सेठ एवं भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी से पूर्व पार्षद राजेश सिंघवी, सालवी समाज से बाबूलाल सालवी इत्यादि के नेतृत्व में ज्ञापन दिया गया।
ज्ञापन में इस बात पर विरोध प्रकट किया गया कि देश की जनता को बिना जानकारी के संसद भवन परिसर से भारत रत्न, संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी सहित अनेक महापुरुषों की प्रतिमाओं को हटाकर संसद भवन के पिछवाड़े में रखवाई गई जो कि एनडीए सरकार की एक साजिश के तहत इन महापुरुषों के विचारों को नष्ट करने की चाल लगती है। हम सभी वामपंथी/समाजवादी/अंबेडकरवादी राष्ट्रपति महोदया से मांग करते हैं कि इन महापुरुषों की प्रतिमाओं को अभिलंब पुनः उसी स्थान पर लगाया जाए ताकि देश की अमन पसंद जनता में व्याप्त रोष को रोका जा सके।