टीम भारत अपडेट। प्रमुख ग्लोबल ब्रेवर कंपनी, कार्ल्सबर्ग इंडिया ने स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, अपनी उन्नाव सुविधा में कंप्रेस्ड प्राकृतिक गैस (सीएनजी) ट्रकों की पेशकश की है। स्थायी परिवहन समाधान अपनाकर यह पहल ब्रेविंग इंडस्ट्री में ‘जीरो कार्बन फुटप्रिंट’ प्राप्त करने की दिशा में काम कर रही है, जो अपने पर्यावरण संरक्षण लक्ष्यों के प्रति कार्ल्सबर्ग की प्रतिबद्धता को उजागर करती है।
इस पहल के तहत, 20 सीएनजी ट्रकों को उन्नाव ब्रिवरी में लगाया जाएगा। उम्मीद है कि प्रत्येक ट्रक से प्रति माह 1,450 किलोग्राम से अधिक कार्बन डाइऑक्साइड (सीओ2) उत्सर्जन की बचत होगी। ऐसे में, 20 ट्रक्स मिलकर हर महीने 29,000 किलोग्राम कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन कम करेंगे। इस प्रयास से कार्ल्सबर्ग न सिर्फ पर्यावरण में होने वाले प्रभाव को कम करेगा, बल्कि ब्रेविंग इंडस्ट्री में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने का भी काम करेगा।
कार्ल्सबर्ग ग्रुप जीरो कार्बन फुटप्रिंट हासिल करने के लिए कम कर रहा है। कंपनी की यह आकांक्षा पर्यावरण के प्रति अधिक जागरूक भविष्य के निरंतर प्रयास को प्रेरित करती है। इस प्रयास में कार्ल्सबर्ग की ब्रुअरीज़ में जीरो कार्बन उत्सर्जन और वर्ष 2030 तक इसकी संपूर्ण वैल्यू चेन के अंतर्गत उत्सर्जन में 30 प्रतिशत की कमी लाने जैसे लक्ष्य शामिल हैं। इसके अलावा, कार्ल्सबर्ग का लक्ष्य वर्ष 2040 तक अपनी संपूर्ण वैल्यू चेन में नेट जीरो कार्बन एमिशन्स के लिए प्रयास करते हुए, नए लक्ष्यों और गतिविधियों से कार्बन कटौती का लाभ उठाना है। इन गतिविधियों में सोर्सिंग, पैकेजिंग और ट्रांसपोर्टेशन शामिल हैं।
कार्ल्सबर्ग इंडिया की ओर से बोलते हुए, संजीव गुप्ता, वाइस प्रेसिडेंट, इंटीग्रेटेड सप्लाई चेन, ने कहा, “कार्ल्सबर्ग इंडिया में, सस्टेनेबिलिटी हमारा आधार है, जो हमारी सप्लाई चेन में एक सकारात्मक बदलाव को बढ़ावा देती है। ट्रक इको-मोबिलिटी के माध्यम से उन्नाव स्थित ब्रिवरी में सीएनजी का सफल एकीकरण, हमारी यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल टुगेदर टुवर्ड्स जीरो एंड बियॉन्ड के सिद्धांतों के साथ सहजता से मेल खाती है।”
यह पहल कार्ल्सबर्ग इंडिया की व्यापक सस्टेनेबिलिटी स्ट्रेटेजी के साथ सहजता से संरेखित है, जो इसकी वैल्यू चेन में पर्यावरण के प्रभाव को कम करने वाले महत्वाकांक्षी लक्ष्यों पर आधारित है। रिन्यूएबल एनर्जी के सोर्स के उपयोग, संसाधनों के अनुकूलन और रिन्यूएबल एनर्जी में निवेश के माध्यम से कार्ल्सबर्ग इंडिया अपनी ब्रुअरीज़ में महत्वपूर्ण प्रगति कर चुका है और अब कंपनी का लक्ष्य संपूर्ण वैल्यू चेन में इसका विस्तार करने का है।